मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है।
हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
लेकिन वो हमें कहकर गए हैं-
“मौत की उमर क्या है? दो पल भी नहीं,
ज़िन्दगी सिलसिला, आज कल की नहीं
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊँगा, कूच से क्यों डरूं?”— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति !
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
India grieves the demise of our beloved Atal Ji.
His passing away marks the end of an era. He lived for the nation and served it assiduously for decades. My thoughts are with his family, BJP Karyakartas and millions of admirers in this hour of sadness. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
It was Atal Ji's exemplary leadership that set the foundations for a strong, prosperous and inclusive India in the 21st century. His futuristic policies across various sectors touched the lives of each and every citizen of India.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
Atal Ji's passing away is a personal and irreplaceable loss for me. I have countless fond memories with him. He was an inspiration to Karyakartas like me. I will particularly remember his sharp intellect and outstanding wit.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
It was due to the perseverance and struggles of Atal Ji that the BJP was built brick by brick. He travelled across the length and breadth of India to spread the BJP's message, which led to the BJP becoming a strong force in our national polity and in several states.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2018
ठन गई
मौत से ठन गई
जूझने का मेरा इरादा न था
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था
रास्ता रोक वह खड़ी हो गई
यों लगा ज़िन्दगी से बड़ी हो गई
मौत की उमर क्या है?दो पल भी नहीं
ज़िन्दगी सिलसिला,आज कल की नहीं
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ
लौटकर आऊँगा,कूच से क्यों डरूँ? pic.twitter.com/g9mqVzza17— Amit Shah (@AmitShah) August 16, 2018
ठन गई
मौत से ठन गई
जूझने का मेरा इरादा न था
मोड़ पर मिलेंगे इसका वादा न था
रास्ता रोक वह खड़ी हो गई
यों लगा ज़िन्दगी से बड़ी हो गई
मौत की उमर क्या है?दो पल भी नहीं
ज़िन्दगी सिलसिला,आज कल की नहीं
मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूँ
लौटकर आऊँगा,कूच से क्यों डरूँ? pic.twitter.com/g9mqVzza17
— Amit Shah (@AmitShah) August 16, 2018
Link of my blog: भारतीय राजनीति के शिखर पुरुष भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी को विनम्र श्रद्धांजलि।
अटल जी की स्मृतियों को नमन।
अटल जी को कोटि-कोटि वंदन। 🙏🙏https://t.co/jLFsJCBseZ— Amit Shah (@AmitShah) August 16, 2018
मैं भाजपा अध्यक्ष बना, उस समय भी अटलजी से मुझे भावनात्मक जिम्मेदारी का अहसास मिला। हम सरकार भी उनके दिखाये रास्ते पर चलाने की कोशिश कर रहे है। भाजपा का संसद में 2 सदस्यों से बहुमत तक पहुँचाना अटलजी के प्रेरणादायी नेतृत्व और आशीष से ही सम्भव हो सका।
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) August 16, 2018
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